ऊपर आकाश तो नीचे पताल है,
बिना वजह के यहाँ होता बवाल है....कमाल है भाई... कमाल है।
ये दुनिया नही पूरा का पूरा भ्रम जाल है।
लोग आते है, लोग जाते हैं।सैकड़ो में नही रोज हजारों में फूंके जाते हैं।
जब अस्तिव की बात आयी ,तो क्यों मौन है आप...आखिर कौन है आप?
कौन है आप ? क्या पहचान है आपकी ?क्यों है आप?कभी सोचा है,इसके बारे में?
अगर नही,तो अब सोचना शुरू कर दो।क्योंकि अगर अब भी इस बारे में नही सोचेंगे,अब भी अपने आपको नही पहचानेगे।तो आपका जीना बेकार है , बिल्कुल उन लोगों की तरह जिनका कोई कीमत नही है।इस दुनिया मे उनका होना या ना होना एक बराबर है।
क्या आप भी वैसी जिंदगी जीना चाहते या ऐसी जिंदगी जीने की आदत पड़ गयी है।अगर ये बात है,तो आप post को छोड़कर जा सकते हैं।
क्योंकि ये post उन लोगों के लिए है,जिनको इस दुनिया मे अपनी पहचान बनानी है, उन लोगो के नही जिनको बिना लक्ष्य के जिंदगी जीने की आदत पड़ गयी है।
कभी शांत होकर एक जगह बैठकर सोचिए कि कौन है आप?
बचपन में स्कूल में जो सिखाया गया वो सिख लिया।कॉलेज में भी जहाँ दोस्त जा रहे वही चल दिया। और वो भी मन में सपने बड़े बड़े लिए,उस समय तो ऐसा लगता है,कि इस दुनिया में हम सबसे हट के सबसे अलग है,बाकी के लोग भले ही सफल नही हो पाए।
मगर हम सफल हो जाएंगे और फिर बताएंगे कि सफलता की आसान है। वास्तविक दुनिया से पाला पड़ता है,तब पता चलता हैं।हम से भी ज्यादा talented लोग इस दुनिया में है।फिर आप demotivate होकर आम लोगों की तरह जिंदगी जीने लगते है।
बस यही पर आप से गलती हो जाती है,आप ऐसा क्यों नही सोचते कि आपकी जिंदगी एक फ़िल्म के जैसी है और आप अपनी जिंदगी के hero है,और पूरे फ़िल्म में प्रॉब्लम सिर्फ hero के life में ही आती है।
Hero को अपनी सभी परेशानियों को ठीक करके फ़िल्म को सुपर हिट बना देता है।
ठीक उसी तरह आपको भी अपनी सभी परेशानियों को दूर करके अपनी जिंदगी को सबसे best बनाना है।बिल्कुल hero की तरह ।
जिंदगी मिली है तो सभी को जीना है,कुछ लोग परेशानियों को झेलकर जीते हैं, तो कुछ लोग परेशानियों से खेलकर जीते है।ये फैसला आपको करना है,की कैसी जिंदगी जीनी है।
No comments:
Post a Comment