आज के समय में हर एक चीज में Compitition है।पढ़ाई लिखाई हो या job हो या business हो ।कोई भी क्षेत्र क्यों ना हो हर एक क्षेत्र में Compitition है,मगर क्या अपने कभी सोचा है,कि आपके दिमाग मे जो plan चल रहा है।ठीक वही plan और भी बहुत से लोगों के दिमाग मे चल रहा है।
सीधे सीधे कहा जाए तो आपकी सोच में भी compitition है।आप अगर ये सोच रहे हैं।कि आपके दिमाग मे जो plan चल रहा है।वो सबसे अलग है।ऐसा plan और कोई बना ही नही सकता,तो आप गलत है।
वही same plan ना जाने कितने के दिमाग में आया है या आएगा या आ चुका होगा। आइए इसे एक उदाहरण के जरिए समझने की कोशिश करते हैं। अपने कभी अनुभव किया होगा।कि जो काम आप अपने तरीके के करना चाहते है,वही काम कोई दूसरा कर देता है।वैसे ही जैसा आप करने के लिए सोचे हुए होते हैं।
मान लीजिए जैसे आप किसी लड़की को पसंद करते हैं, और दूसरे दिन उस लड़की का birthday आने वाला रहता है।तो आपने सोचा कि आप उसे सबसे पहले wish करेगे।फिर उसे अपने दिल की बात बता देंगे।मगर दूसरे दिन जब उस लड़की का birthday आता है।तो कोई और आकर उसे wish करके अपने दिल की बात बता देता है।और वो लड़की उससे impress हो जाती है। फिर आप भी सोचते होगें कि ऐसा तो मैंने सोचा था।मगर ये काम तो कोई दूसरा कर गया।
ऐसा कैसे हो गया?तो मैं बता देना चाहता हूँ, कि आप जो करने के बारे में सोचे थे।आपसे भी पहले ये सोच वो लड़का सोच लिए था। आप सोच में उससे थोड़ा पीछे रह गए।इसलिए वो लड़की impress करके ले गया। इस उदाहरण से मैं आपको यही समझना चाहता हूँ, कि अगर जिंदगी में जो आप सोच रहे हैं।वो तुरंत नही किया।तो कभी नही कर पाएंगे और आपके द्वारा सोचा हुआ काम कोई और कर जाएगा।
फिर आप पछताते रह जाएंगे।क्योंकि आप जो सोच रहे हैं, वहीं सोच आपके साथ साथ और ना जाने कितने सोच रहे होंगे।
अगर मनोविज्ञान की माने तो सभी का दिमाग एक जैसा ही रहता है।और उनके सोचने के तरीके भी एक ही जैसे होते है।किसी भी चीज के ऊपर लगातार एक निश्चित समय ही सोचा जा सकता है। उसके बाद इंसान की सोच अपने आप बदल जाती है।क्योंकि किसी चीज के बारे में ज्यादा देर तक आप नही सोच सकते।
अगर जबरजस्ती किसी एक चीज के बारे में सोचने की कोशिश करेंगे तो आपको सिर दर्द होने लगेगा।
एक उदाहरण और देता हूँ, अपने कभी ध्यान दिया है? कभी कभी हम जिस हिसाब से चलते ,उठाते बैठते,बात करते,क्या खड़े होते ही ठीक वैसे ही कोई दूसरा भी करता मील जाता होगा।
मान लीजिए जैसे आप खड़े होकर कमर पर हाथ रख कर बात करने की आदत है,तो कभी न कभी कोई दूसरा व्यक्ति भी आपको मिला जाएगा जो उसी तरह कमर पर हाथ रख कर बात करता होगा। इसका मतलब जैसा आपका जिंदगी जीने का तरीका है,ठीक वैसा ही और ना जाने कितने जिंदगी जी रहे हैं।इसलिए आप ये मत सोचना की आप सबसे हट कर हैं, आप भी औरों की ही तरह है।अगर आपको जिंदगी में आगे बढ़ना है,तो सोचा हुआ काम तुरंत करना होगा।
नही तो,आपके ही जैसी सोच रखने वाले ना जाने कितने इस दुनिया मे पड़े है।वो मेहनत करके आपसे आगे निकल जाएँगे।और आप सिर्फ देखते और सोचते रह जाएंगे।
इस पूरी दुनिया के जनसंख्या की बात किया जाए तो करोड़ो अरबों में है,जिसमें से किसी भी एक चीज पर एक साथ हजारों लोग सोच रहे होते है। जैसे कि किसीको mobile खरीदना हो ,तो ये विचार एक साथ ना जाने कितनों के दिमाग मे चल रहा होता है।और ना जाने कितने हजार लोग एक साथ खरीद रहे होते है। तभी तो दुकानदार का दुकान चलता है। यहाँ पर मैं सिर्फ मोबाइल के ऊपर बात नही कर रहा हूँ। हर एक चीज के ऊपर बोल रहा हूँ।जिसके बारे में आप सोचते हैं।
जिसके लिए आप अपना कीमती समय देते है।सिर्फ सोचे ना,बल्कि सोच कर तुरंत कर दे।
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