दान,दक्षिणा और दहेज ये तीनों भीख होते हैं।
इसे लेने वाला भिखारी ही कह लाएगा।
फिर वो चाहे कितना भी पढ़ा लिखा ही क्यों ना हो।
जो इन चीजों से बच जाएगा।वही सच्चा इंसान कह लाएगा।
क्या आप इन तीनों से बच पाए हैं?
क्योंकि....
जिंदगी में किसी न किसी रूप में इन तीनों से सामना करना ही पड़ता है।
दान जो कई प्रकार के होते हैं, जो हम बिना किसी demand के दूसरों को दे देते है।और दुबारा उस को मांगने या पाने की इच्छा नही रखते।
दक्षिणा तो आपको पता ही होगा,मंदिर में हम देते है।भले ही हम खुशी से ही क्यों ना दे।मगर वो भी भीख के समान ही है।क्योंकि वो भी free में ही दिया जाता है।
दहेज जो कि लेना और देना दोनों ही पाप है।क्योंकि इससे हम औरतों पर हो रहे अत्याचार हो बढ़ावा देते है।दहेज भी free में मिलता है ,इसलिए ये भी ये प्रकार का भीख ही है।जो इन सब चीजों से बच जाता है वही एक सच्चा इंसान होता है।
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